प्रवासी एकता न्यूज़:- रोहित चौधरी 9660317316
3 सितंबर 2023 रविवार आज छत्रपती संभाजीनगर (औरंगाबाद) में मुनि श्री अर्हत् कुमारजी, मुनि श्री भरत कुमार जी एवं मुनि श्री जयदीप कुमार जी के सानिध्य में ज्ञानशाला दिवस मनाया गया। सर्वप्रथम सुबह मुनिश्री से मंगल पाठ सूनकर ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियों, प्रशिक्षिकाओं, तेरापंथ सभा, तेममं, तेरापंथ युवक परिषद् तथा समाज के गणमान्य व्यक्तियों के साथ रैली का आयोजन हुआ। तत्पश्चात ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकाओं द्वारा मंगल गीत से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।

मुनिश्री जयदीप कुमार जी ने लघु कथा के माध्यम से बताया कि किस प्रकार धार्मिक संस्कार न पाने वाले बच्चे भ्रमित होकर अपने पथ से भटक जाते हैं। तत्पश्चात नन्हे नन्हे ज्ञानार्थीयो द्वारा धार्मिक ABCD की प्रस्तुति दी गई और ज्ञानशाला की बालिकाओं द्वारा गीतिका का संगान किया गया। ज्ञानशाला प्रशिक्षिका सौ माया जी मुथा ने कहा ज्ञानशाला दिवस जागृति का नव संदेश लाता है। हम सब यह संकल्प करें कि हमारे धर्म संघ के परिवार का कोई भी बच्चा ज्ञानशाला में आने से वंचित न रहे।


ज्ञानशाला ज्ञानार्थी धार्मिक संस्कारों को आत्मसात करते हुए किस प्रकार जीवन में आगे बढ़ते हैं इस विषय पर सुंदर नाटिका की प्रस्तुति दी गई। मुनिश्री भरत कुमार जी ने अपने वक्तव्य में कहा की बच्चों को गर्भ में ही धार्मिक संस्कार दिए जाने चाहिए और घर का माहौल यदि धार्मिक होगा तो बच्चों में स्वयं ही धर्म के संस्कार आएंगे। सभा के अध्यक्ष कौशिक सुराणा ने अपनी अभिव्यक्ति के पश्चात समाज के वरिष्ठ श्रावक श्री मदनलाल आच्छा और रमेश मुथा के कर कमलों से सभी प्रशिक्षिकाओं को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।

मुनि अर्हत कुमार जी ने अपने उदबोधन में अभिभावकों से बच्चों को ज्ञानशाला में भेजने की प्रेरणा दी तथा कहा कि आजकल के बच्चों को मोबाइल और कंप्यूटर का भौतिक ज्ञान तो होता है लेकिन धार्मिक ज्ञान नहीं होता। मुनिश्री ने अभिभावकों से कहा कि वे बच्चों को मोबाइल से यथासंभव दूर रखने का प्रयास करें। तत्पश्चात सभी ज्ञानार्थियों को गिफ्ट दिए गए। कार्यक्रम का संचालन रंजना दुगड़ ने तथा आभार प्रदर्शन सन्मति सेठिया ने किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी प्रशिक्षिकाओं की सहभागिता रही।