राजकीय बालिका विद्यालय में जीवन विज्ञान योग प्रयोग “शिक्षा के साथ चरित्र निर्माण भी जरूर।

प्रवासी एकता न्यूज़:- रोहित चौधरी 9660317316

केलवा दि. 28 जनवरी 2023 युग प्रधान आचार्य महाश्रमण के विद्वान शिष्य मुनिश्री प्रसन्न कुमार जी एवं मुनिश्री सिद्धप्रज्ञ जी द्वारा रा.बा.उ.मा. विद्यालय केलवा में जीवन विज्ञान योग का प्रशिक्षण दिया गया। मुनि प्रसन्न कुमार जी ने धरती बांटे, सागर बाटे- गीत का सुमधुर संगान करते हुए कहा-चारित्र विकास के बीना कोरी शिक्षा ज्यादा उपयोगी नहीं है।

शिक्षा के साथ चारित्र विकास होने से विद्यार्थी जीवन मे आने वाली कठिनाईयों को हंसते-हंसते सह लेता है। इससे पूर्व मुनि सिद्धप्रज्ञ जी ने कहा शिक्षा के साथ विवेक जरूरी हैं। विवेक शून्य शिक्षा जीवन के लिए भार है और विवेक पूर्ण शिक्षा जीवन के लिए उपहार है।

हमे शरीर के विकास के लिए योग एवं आहार विवेक, मन की शान्ति के लिए ध्यान एवं प्राणायाम, भावों की शुद्धि के लिए अनुप्रेक्षा व मुद्रा के प्रयोग करने चाहिये। इस अवसर पर मुनि सिद्धप्रज्ञ जी ने ध्वनि, संकल्प, योग, ध्यान एवं मूल्य परक शिक्षा के प्रयोग कराऐं। 200 से अधिक बालिकाओं ने अणुव्रत के संकल्प स्वीकार किए।

प्रारम्भ में बालिकाओं ने अणुव्रत गीत का संगान किया। शिक्षक श्री भावेश मेहता ने मुनिप्रवर का परिचय दिया। कार्यक्रम में तेयुप अध्यक्ष श्री विकास बोहरा, श्री सुमित सांखला, श्री जीतेन्द्र, श्री कमलेश कोठरी व अंशु कोठारी, महिला मंडल, किशोर मंडल केलवा आदि विशेष रूप से उपस्थित थे। स्कूल की ओर से मेडम मधु कांकरेचा ने आभार व्यक्त किया। इसकी जानकारी श्री विकास बोहरा ने दी।

Leave A Reply

Your email address will not be published.